लेखक : धीराविट पी. नात्थागार्न ; अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक : धीराविट पी. नात्थागार्न ; अनुवाद : आ. चारुमति रामदास
इन सवालों का जवाब कब और कौन देगा और क्या दे भी पायेगा ? इन सवालों का जवाब कब और कौन देगा और क्या दे भी पायेगा ?
साइकिल बाबा कहलाते हैं क्योंकि पिछले 21 वर्षों से उन्होंने यह व्रत ले रखा है। साइकिल बाबा कहलाते हैं क्योंकि पिछले 21 वर्षों से उन्होंने यह व्रत ले रखा है।
इस प्रकार भगवती स्वाहा की उत्तपत्ति हुई। इस प्रकार भगवती स्वाहा की उत्तपत्ति हुई।
बच्चों का भरोसा जीतना एक दुष्कर कार्य है। बच्चों का भरोसा जीतना एक दुष्कर कार्य है।
मेरी हेठी करने पर आमादा हो तो मैं और उम्मीद भी किससे रखती ! मेरी हेठी करने पर आमादा हो तो मैं और उम्मीद भी किससे रखती !